HDFC Bank Parivartan’s ECSS Programme 2025-26 एक ऐसी पहल है जो उन छात्रों की मदद करती है जो आर्थिक तंगी या परिवार में आई मुश्किलों की वजह से अपनी पढ़ाई छोड़ने की कगार पर पहुंच जाते हैं। अगर आप भी एक मेधावी छात्र हैं लेकिन पैसे की कमी आपको आगे बढ़ने से रोक रही है, तो यह स्कॉलरशिप आपके लिए एक बड़ा सहारा बन सकती है। HDFC बैंक की सामाजिक पहल ‘परिवर्तन’ के तहत चलाए जा रहे इस कार्यक्रम का मकसद है कि कोई भी प्रतिभाशाली बच्चा या युवा सिर्फ आर्थिक वजहों से शिक्षा से वंचित न रहे। चलिए, आज हम इस स्कॉलरशिप के बारे में विस्तार से बात करते हैं, ताकि आप समय रहते आवेदन कर सकें और इसका फायदा उठा सकें।
यह स्कॉलरशिप स्कूल से लेकर पोस्टग्रेजुएट स्तर तक के छात्रों के लिए उपलब्ध है। चाहे आप क्लास 1 से 12 तक के स्कूली छात्र हों, या फिर डिप्लोमा, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, अंडरग्रेजुएट या पोस्टग्रेजुएट कोर्स कर रहे हों – अगर आपकी फैमिली इनकम सालाना 2.5 लाख रुपये से कम है और आपने पिछली परीक्षा में कम से कम 55% अंक हासिल किए हैं, तो आप योग्य हैं। खास बात यह है कि अगर पिछले तीन सालों में आपके परिवार में कोई संकट आया हो, जैसे कमाने वाले सदस्य की मौत, नौकरी छूटना या कोई गंभीर बीमारी, तो आपको प्राथमिकता मिल सकती है। यह कार्यक्रम सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है और सभी जातियों के छात्र आवेदन कर सकते हैं।
अब बात करते हैं फायदों की। इस स्कॉलरशिप के तहत मिलने वाली राशि आपके कोर्स के स्तर पर निर्भर करती है। जैसे, क्लास 1 से 6 तक के बच्चों को 15,000 रुपये, क्लास 7 से 12 या डिप्लोमा/आईटीआई/पॉलिटेक्निक वाले छात्रों को 18,000 रुपये मिल सकते हैं। अंडरग्रेजुएट कोर्स में जनरल स्ट्रीम के लिए 30,000 और प्रोफेशनल कोर्स जैसे बीटेक या एमबीबीएस के लिए 50,000 रुपये की मदद मिलती है। वहीं, पोस्टग्रेजुएट स्तर पर जनरल कोर्स के लिए 35,000 और प्रोफेशनल जैसे एमबीए या एमटेक के लिए अधिकतम 75,000 रुपये तक की सहायता उपलब्ध है। यह राशि सीधे आपकी पढ़ाई के खर्चों जैसे फीस, किताबें या अन्य जरूरतों पर इस्तेमाल करने के लिए दी जाती है।
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आवेदन कैसे करें? प्रक्रिया काफी सरल है। सबसे पहले, HDFC बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या Buddy4Study पोर्टल पर जाएं। अगर आपके पास पहले से अकाउंट है, तो लॉगिन करें, वरना ईमेल या मोबाइल से रजिस्टर करें। फिर, एप्लीकेशन फॉर्म भरें – इसमें अपनी पर्सनल डिटेल्स, एजुकेशनल बैकग्राउंड, फैमिली इनकम और अगर कोई संकट हो तो उसका प्रूफ दें। जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें, जैसे पासपोर्ट साइज फोटो, पिछले साल की मार्कशीट, आईडी प्रूफ (आधार कार्ड या वोटर आईडी), एडमिशन प्रूफ (फीस रसीद या एडमिशन लेटर), बैंक पासबुक की कॉपी और इनकम प्रूफ (ग्राम पंचायत से सर्टिफिकेट, एसडीएम से जारी प्रमाण या एफिडेविट)। सब कुछ चेक करके सबमिट कर दें। याद रखें, अगर आपके पास इस साल की फीस रसीद नहीं है क्योंकि आप फीस नहीं भर पाए, तो एडमिशन लेटर या बॉनफाइड सर्टिफिकेट से काम चलेगा।
चयन प्रक्रिया भी पारदर्शी है। पहले योग्यता के आधार पर शॉर्टलिस्टिंग होती है, फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और उसके बाद पर्सनल इंटरव्यू। अंत में चुने गए छात्रों की लिस्ट जारी की जाती है। अगर आप चुन लिए जाते हैं, तो यह स्कॉलरशिप सिर्फ एक साल के लिए नहीं बल्कि आगे के सालों में भी जारी रह सकती है, बशर्ते आप योग्यता बनाए रखें।
आवेदन की आखिरी तारीखों पर नजर रखें – यह तीन चक्रों में चलता है: पहला चक्र 4 सितंबर 2025 तक, दूसरा 30 अक्टूबर 2025 तक और तीसरा 31 दिसंबर 2025 तक। जितनी जल्दी आवेदन करेंगे, उतना बेहतर। अगर आपके मन में कोई सवाल है, जैसे ‘मैंने क्लास 8 में 53.4% अंक लिए हैं, क्या मैं अप्लाई कर सकता हूं?’ – नहीं, क्योंकि न्यूनतम 55% अंक जरूरी हैं। या ‘गैप ईयर के बाद बीटेक में एडमिशन लिया है, क्या योग्य हूं?’ – हां, अगर बाकी क्राइटेरिया मैच करते हैं। इनकम प्रूफ के लिए ग्राम पंचायत, एसडीएम या एफिडेविट काम आएगा, और संकट के मामलों में डेथ सर्टिफिकेट, मेडिकल रिपोर्ट या नौकरी से संबंधित डॉक्यूमेंट लगेंगे।
यह स्कॉलरशिप न सिर्फ पैसे की मदद करती है बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास भी देती है कि वे अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। अगर आप योग्य हैं, तो देर न करें – आज ही आवेदन की तैयारी शुरू करें। अधिक जानकारी के लिए HDFC बैंक की वेबसाइट चेक करें और अपने सपनों को साकार करने का मौका न गंवाएं!